परीक्षा के एक दिन बाद ही कैंसिल हुआ यूजीसी-नेट का एग्जाम

अलीगढ़: शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने का एलान कर दिया है। परीक्षा के एक दिन बाद ही सरकार ने…

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अलीगढ़: शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने का एलान कर दिया है। परीक्षा के एक दिन बाद ही सरकार ने परीक्षा रद्द करने का एलान कर सभी को चौंका दिया है। एनटीए द्वारा कराई जाने वाली नीट की मेडिकल एंट्रेस परीक्षा भी सवालों के घेरे में है और फिलहाल सुप्रीम कोर्ट इसकी समीक्षा कर रहा है। अब यूजीसी-नेट की परीक्षा रद्द होने से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं इसकी जांच सीबीआई को भी सौंपी गई है। यह परीक्षा 18 जून को पूर देश में कई शहरों में आयोजित की गई थी।

एनटीए ने यूजीसी-नेट की इस परीक्षा को दो शिफ्ट में कराया था। गौरतलब है कि एनटीए ने इस बार ऑफलाइन तरीके से ओएमआर शीट पर परीक्षा का आयोजन किया था। देशभर में 317 केंद्रों पर 11.21 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी। शिक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा ‘परीक्षा प्रक्रिया की सर्वोच्च स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता बनाए रखने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने फैसला किया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को रद्द किया जाता है।

एएमयू के छात्र शाहिद अली ने बताया कि यह मैं अपना परिवार छोड़कर तैयारी कर रहा हूं, ईद की खुशियां भी हम लोग नहीं मना पाए। उसके बाद में यह सुना है कि पेपर कैंसिल हो गया। नीट के पेपर लीक को छुपाने के लिए नेट की अफवाह फैलाई और यह अफवाह है तो उसको क्लेयर करें। यूजीसी इतनी बड़ी ब्रांड है अपने आप में क्यों जिम्मेदारी लेती है जब एग्जाम नहीं कंडक्ट कर सकती। उसको यह जिम्मेदारी लेनी नहीं चाहिए.कितने बच्चों के साथ खिलवाड़ हुआ है।

एएमयू छात्र मिस्बाह में बताया कि नेट की परीक्षा बकरीद के अगले दिन थी. काफी छात्र अपने घर भी नहीं गए और इस परीक्षा में धांधली होती है और वह कैंसिल होती है दोबारा हमको मेहनत करनी पड़ेगी। फिर टेस्ट सेंटर तक जाने के लिए अपना पैसा सब चाहिए, यह बहुत गलत है इस तरीके से जो भी चीज हो रही है उसको सरकार पर एक तगड़ा कानून बनना चाहिए और इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए कि आगे कोई ऐसी चीज ना हो