कोचबिहार, 11 जून 2025: कोचबिहार के ऐतिहासिक मदनमोहन मंदिर में बुधवार सुबह मदनमोहन ठाकुर की पारंपरिक स्नान यात्रा (Snan Yatra Cooch Behar) का आयोजन किया गया। हर साल की तरह इस बार भी रथयात्रा से पहले इस विशेष धार्मिक अनुष्ठान को लेकर भक्तों में उत्साह चरम पर था। सुबह 8 बजे शुरू हुई स्नान यात्रा कोचबिहार के धर्मप्राण लोगों के लिए एक अनुपम आध्यात्मिक अनुभव बन गई।
मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। धार्मिक विधि-विधानों के अनुसार, मदनमोहन ठाकुर को 108 घड़े पवित्र जल, नारियल पानी, घी, शहद, दूध और अन्य सामग्रियों से स्नान कराया गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान मंदिर परिसर भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चारण से गूंज उठा। भक्तों का मानना है कि इस स्नान यात्रा में भाग लेने से जीवन में शांति, समृद्धि और कल्याण प्राप्त होता है। कई भक्त सुबह-सुबह मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना करते हैं और इस पवित्र स्नान यात्रा के दर्शन में शामिल होते हैं।
एक भक्त, गोपाल साहा ने कहा, “यह स्नान यात्रा हमारे लिए एक विशेष दिन है। ठाकुर का स्नान देखकर मन तृप्त हो जाता है। मैं पूरे साल इस पल का इंतजार करता हूं।” एक अन्य दर्शनार्थी, मीनाक्षी देवी ने कहा, “यह दृश्य इतना मनमोहक है कि इसे अपनी आंखों से देखे बिना विश्वास नहीं होता। यहां आकर मन को सुकून मिलता है।”
स्नान यात्रा के बाद मंदिर में आए भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। यह आयोजन कोचबिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस उत्सव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करने के लिए मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने विशेष सुरक्षा व्यवस्था की थी। पुलिस और स्वयंसेवकों ने भक्तों के लिए सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की।
मदनमोहन ठाकुर की यह स्नान यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि कोचबिहार के लोगों की एकता और विश्वास का प्रतीक भी है। रथयात्रा से पहले यह स्नान यात्रा पूरे शहर को एक धार्मिक उत्साह से भर देती है, जो आने वाले दिनों में और अधिक रंगारंग उत्सवों का मार्ग प्रशस्त करती है।