पर्यटकों के लिए खुशखबरी! जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir) के विभिन्न पर्यटन केंद्रों को फिर से खोला जा रहा है। पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा कारणों से ये पर्यटन स्थल अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए थे। अब जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आदेश दिया है कि आगामी मंगलवार से पर्यटक इन केंद्रों का दौरा कर सकेंगे। जम्मू और कश्मीर प्रशासन की ओर से यह घोषणा की गई है, जो पर्यटकों के लिए बड़ी राहत की खबर है।
Red Bengali: জম্মু-কাশ্মীরের পর্যটনকেন্দ্রগুলি ফের খুলছে, লেফটেন্যান্ট গভর্নরের নতুন নির্দেশ
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 पर्यटकों सहित कुल 26 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना के बाद से इलाके में सुरक्षा की स्थिति बिगड़ गई थी, और प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर कई पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था। हमले के बाद पर्यटकों के बीच डर का माहौल बन गया था। कई पर्यटकों ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी और कुछ पर्यटक बीच रास्ते में वापस लौट आए थे। इसके कारण स्थानीय पर्यटन उद्योग पर भी नकारात्मक असर पड़ा था।
लेकिन अब धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं और जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने विभिन्न पर्यटन केंद्रों को खोलने का फैसला लिया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि आगामी मंगलवार से श्रीनगर के बादामवारी पार्क, डाक पार्क, कटुआर के सारथल धाग्गर, रायसीर के देवी पिंडी, डोडा के जॉय वैली, उधमपुर के पंचेरी सहित 16 प्रमुख पर्यटन स्थलों को खोलने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा, सुरक्षा इंतजामों का आकलन करने के बाद अन्य पर्यटन स्थल भी धीरे-धीरे खोले जाएंगे।
शनिवार को उपराज्यपाल ने जम्मू और कश्मीर के विभिन्न टूर ऑपरेटरों, विधायकों और पर्यटन व्यापारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि इस पहल से जम्मू और कश्मीर के पर्यटन उद्योग को फिर से प्रोत्साहन मिलेगा और पर्यटकों में विश्वास भी वापस आएगा।
जम्मू और कश्मीर का पर्यटन उद्योग कभी देश के सबसे महत्वपूर्ण उद्योगों में से एक था। लेकिन सुरक्षा स्थिति के बिगड़ने और आतंकी हमलों के कारण इस उद्योग को काफी नुकसान हुआ था। अब प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के बाद पर्यटन केंद्रों को फिर से खोलने का निर्णय लिया है, जिससे देश-विदेश के पर्यटकों को एक नया अवसर मिलेगा।
अभी जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी और कोई भी कठिनाई न हो, इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। पर्यटन केंद्रों की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा, ताकि पर्यटक आराम से अपनी यात्रा का आनंद ले सकें।
अब केवल जरूरत है समय के साथ-साथ स्थिति और सुरक्षा की समीक्षा कर पर्यटकों को फिर से आकर्षित करने की। आशा है कि जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल फिर से खुलने के बाद देशभर और विदेश से पर्यटक वहां यात्रा करने आएंगे और यह पहल सफल होगी।