Nandigram में सहकारी चुनाव में टीएमसी समर्थित उम्मीदवार को जान से मारने धमकी

पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम (Nandigram) में सहकारी चुनाव को लेकर तनाव चरम पर है। विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र में सहकारी चुनाव विधानसभा…

Nandigram Cooperative Election: TMC Candidate Alleges Death Threats, Shop Burning Warning by BJP

पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम (Nandigram) में सहकारी चुनाव को लेकर तनाव चरम पर है। विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र में सहकारी चुनाव विधानसभा चुनाव की तरह ही गर्मागर्म हो गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थित एक उम्मीदवार को फोन पर जान से मारने और उनकी दुकान जलाने की धमकी देकर जबरन नामांकन वापस कराने का गंभीर आरोप बीजेपी पर लगा है। इस घटना से जुड़ा एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। नंदीग्राम-1 ब्लॉक के टीएमसी अध्यक्ष बप्पादित्य गर्ग ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी की कड़ी निंदा की है और नंदीग्राम थाने में लिखित शिकायत दर्ज की है।

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जानकारी के अनुसार, रविवार को नंदीग्राम-1 ब्लॉक के कालीचरणपुर सहकारी कृषि विकास समिति का चुनाव होना था। इस समिति में कुल 12 सीटें हैं, जहां टीएमसी और बीजेपी दोनों ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। आरोप है कि टीएमसी समर्थित उम्मीदवार अमिय सांतरा के बेटे को फोन पर धमकी दी गई कि उनके पिता को नामांकन वापस लेना होगा। फोन पर जान से मारने की धमकी के साथ-साथ अमियबाबू की मनसातला बाजार में स्थित कपड़े की दुकान और घर को तोड़कर धूल में मिला देने की धमकी भी दी गई। वायरल ऑडियो क्लिप में यह धमकी स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती है। टीएमसी का दावा है कि डर दिखाकर 5 जून को अमिय सांतरा से जबरन नामांकन वापस कराया गया।

टीएमसी नेतृत्व का कहना है कि अमियबाबू जिस क्षेत्र से उम्मीदवार थे, वहां कुल 28 मतदाताओं में से 23 टीएमसी समर्थक हैं। इसलिए हार के डर से बीजेपी ने धमकी का रास्ता चुना। बप्पादित्य गर्ग ने कहा, “बीजेपी लोकतांत्रिक माहौल को नष्ट कर जीतना चाहती है। हम अमियबाबू के साथ हैं और कानूनी कार्रवाई करेंगे।” धमकी के बाद से अमिय सांतरा सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं, जिससे स्थिति की गंभीरता और बढ़ गई है।

इस मामले में बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, नंदीग्राम के राजनीतिक हलकों में इस घटना ने भारी हंगामा मचा दिया है। सहकारी चुनाव का यह तनाव नंदीग्राम के राजनीतिक संघर्ष को और उजागर कर रहा है।