Madhya Pradesh Bridge Collapse: पुणे में पुल दुर्घटना के बाद अब मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना सामने आई है। यह हादसा रविवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ, जब 80 करोड़ रुपये की लागत से बने इस निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा अचानक गिर गया। इस घटना में 6 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनमें से 2 की हालत नाजुक बताई जा रही है। यह पुल शिबपुरी जिले के पोहरी हाईवे के पास निर्माणाधीन था, और इसमें काम कर रहे मजदूरों के लिए यह हादसा काफी खतरनाक साबित हुआ।
घटना की विस्तृत जानकारी
घटना के समय पुल के ऊपर काम कर रहे 6 मजदूर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी मजदूरों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत का इलाज जारी है। इस घटना ने एक बार फिर निर्माण कार्यों की सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए हैं और यह एक बड़ा दुर्घटनाक्रम साबित हुआ है।
दुर्घटना का कारण क्या था?
निर्माण कार्य की जिम्मेदारी लेने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि तकनीकी खामियों के कारण यह हादसा हुआ। अधिकारी के अनुसार, पुल के निर्माण के दौरान अनुशंसित सीमा से अधिक कंपन का इस्तेमाल किया गया था, जिसके कारण संरचना कमजोर पड़ गई और पुल का एक हिस्सा गिर गया। इस मामले में कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा गया है। कोतवाली थाना प्रभारी क्रीपाल सिंह राठौर ने कहा, “इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है और मामले की जानकारी के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पुणे में पुल गिरने का हादसा
इस घटना के कुछ ही दिन पहले पुणे में इंद्रायणी नदी के ऊपर एक निर्माणाधीन पुल गिर गया था, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा, केदारनाथ में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भी लोगों की जान गई थी। इन हादसों ने देशभर में निर्माण कार्यों और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या कदम उठाए जाने चाहिए?
निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन बेहद जरूरी है। अगर इन कामों में लापरवाही बरती जाए तो इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि निर्माण कार्यों में बेहतर तकनीकी उपकरणों और सुरक्षा जांच की आवश्यकता है। सरकारी अधिकारियों को निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और सुरक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
प्रशासनिक कार्रवाई और जांच
मध्यप्रदेश में इस पुल दुर्घटना के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू किया गया और घायलों को अस्पताल भेजा गया। दो मजदूरों की हालत गंभीर है और उन्हें विशेष इलाज दिया जा रहा है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इन घटनाओं के बाद अब यह सवाल उठता है कि क्या निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर और कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।