कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में शमिक भट्टाचार्य (Shamik Bhattacharya) के नाम की घोषणा होते ही राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मच गई है। शमिक के अविवाहित होने और उनकी निजी जिंदगी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। खास तौर पर उनकी पूर्व प्रेमिका अनन्या चक्रवर्ती के साथ कथित कॉल रिकॉर्डिंग के वायरल होने से विवाद और गहरा गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं का एक बड़ा वर्ग इस रिकॉर्डिंग को हथियार बनाकर शमिक की छवि को धूमिल करने की कोशिश में जुट गया है। इस बीच, अनन्या चक्रवर्ती ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए शमिक को बधाई दी है, जिसने इस विवाद को और दिलचस्प बना दिया है।
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गुरुवार सुबह अनन्या चक्रवर्ती ने फेसबुक पर लिखा, “बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए शमिक भट्टाचार्य को ढेर सारी बधाई। तुम्हारी आगे की यात्रा शुभ हो। मुझे तुम पर बहुत गर्व है, बाबू। यह तुम्हारा हक था। हम रिश्ते बनाते हैं, रिश्ते टूटते हैं, दुख होता है। एक-दूसरे के दुश्मन बन जाते हैं। बाहर के लोग इसका फायदा उठाते हैं। लोग भड़काते हैं। लेकिन वे खूबसूरत पल, हाथ में हाथ डालकर चलना, रातों को जागना, क्या इन्हें भुलाया जा सकता है? दिन के अंत में दोस्ती बची रहती है।” इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है, क्योंकि यह शमिक के साथ उनके पुराने रिश्ते को उजागर करता है।
अनन्या चक्रवर्ती उत्तर 24 परगना के इच्छापुर की निवासी हैं और पेशे से स्कूल शिक्षिका हैं। वह भारत की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के संस्थापक सदस्य समर मुखोपाध्याय की नातिन हैं। कम उम्र में उनकी शादी एक सैन्य जवान से हुई थी, और कुछ वर्षों बाद वह मां बनीं। हालांकि, कुछ समय बाद उनका तलाक हो गया, और उन्होंने अकेले ही अपने बेटे को पाला, जो अब भारतीय सेना में जवान है। करीब एक दशक पहले अनन्या और शमिक भट्टाचार्य के बीच प्रेम संबंध शुरू हुआ था। बताया जाता है कि शमिक नियमित रूप से इच्छापुर में अनन्या के फ्लैट पर आया-जाया करते थे। अनन्या भी शमिक के घर जाया करती थीं। अनन्या के बेटे की शादी में शमिक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अनन्या के दावे के अनुसार, उनके रिश्ते में सब कुछ होने के बावजूद शमिक ने शादी से इनकार कर दिया था। इस मुद्दे पर 2018 में दोनों के बीच विवाद शुरू हुआ, जिसके बाद उनके बीच दूरी बढ़ गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में शमिक दमदम से बीजेपी के उम्मीदवार थे, और अनन्या ने उनके लिए प्रचार भी किया था। लेकिन इसके बाद फिर से उनके बीच तनाव बढ़ गया। सूत्रों के अनुसार, अनन्या के साथ उनके रिश्ते का मुद्दा सामने आने के बाद शमिक को पांच साल पहले पार्टी में एक महत्वपूर्ण पद से हटना पड़ा था। इस दौरान अनन्या अपने बेटे, बहू, नाती और स्कूल की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो गईं। अपने खाली समय में वह कश्मीर, वियतनाम जैसे स्थानों की यात्रा करती रहीं।
इन वर्षों में पश्चिम बंगाल बीजेपी में भी कई बदलाव आए। शमिक भट्टाचार्य को पार्टी ने पहले राज्य का मुख्य प्रवक्ता बनाया और फिर उन्हें 2024 में राज्यसभा भेजा। अब वह बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष बन गए हैं। उनकी अगुवाई में पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कड़ा मुकाबला करने की तैयारी कर रही है। इस बीच, अनन्या ने शमिक की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए उन्हें बधाई दी है।
विवाद और राजनीतिक रणनीति
शमिक के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अनन्या के साथ उनकी पुरानी कॉल रिकॉर्डिंग का वायरल होना तृणमूल कांग्रेस के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। टीएमसी कार्यकर्ता इस रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल शमिक की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए कर रहे हैं। हालांकि, अनन्या का फेसबुक पोस्ट इस विवाद में एक नया आयाम जोड़ता है, क्योंकि उन्होंने शमिक के प्रति सकारात्मक भावनाएं व्यक्त की हैं। यह पोस्ट न केवल उनके पुराने रिश्ते को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अनन्या शमिक के प्रति कोई कटुता नहीं रखतीं।
शमिक भट्टाचार्य का बंगाल बीजेपी अध्यक्ष बनना न केवल पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह उनकी निजी जिंदगी को भी सुर्खियों में ला रहा है। अनन्या चक्रवर्ती का बयान और वायरल कॉल रिकॉर्डिंग ने इस नियुक्ति को और चर्चा का विषय बना दिया है। हालांकि, अनन्या की शुभकामनाएं और उनके पोस्ट से यह स्पष्ट होता है कि वह शमिक की सफलता से खुश हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद बीजेपी की रणनीति और 2026 के विधानसभा चुनाव पर क्या प्रभाव डालता है।