सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए एशिया के सबसे पुराने फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड कप 2025 (Durand Cup 2025) की शुरुआत अपने निर्धारित समय पर होने जा रही है। भारतीय सेना की देखरेख में आयोजित होने वाला यह ऐतिहासिक टूर्नामेंट इस साल 23 जुलाई से शुरू होगा।
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हालांकि, इस बार का टूर्नामेंट पहले की तुलना में काफी अलग हो सकता है। आईएसएल (इंडियन सुपर लीग) की सात टीमों के भाग नहीं लेने के कारण टूर्नामेंट की संरचना में बदलाव देखा जा सकता है। इन खाली स्थानों को भरने के लिए भारतीय सेना और आयोजकों ने सात नई टीमों को आमंत्रित किया है। इनमें लद्दाख एफसी (Ladakh FC) – लद्दाख क्षेत्र की पहली टीम, रियल कश्मीर एफसी, और अर्धसैनिक बल की टीम आईटीबीपी (ITBP) शामिल हैं।
आईएसएल 2025–26 सीज़न को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि फेडरेशन और एफएसडीएल (FSDL) के बीच मास्टर राइट्स एग्रीमेंट (MRA) को लेकर विवाद चल रहा है। इसी कारण एफसी गोवा, बेंगलुरु एफसी, चेन्नइयिन एफसी, ओडिशा एफसी, केरल ब्लास्टर्स, मुंबई सिटी और हैदराबाद एफसी ने डूरंड कप 2025 में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।
हालांकि ईस्ट बंगाल, जमशेदपुर एफसी, नॉर्थईस्ट यूनाइटेड, मोहम्मडन एससी और पंजाब एफसी ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। वहीं, पिछले सीजन की शील्ड और कप विजेता मोहन बागान की भागीदारी अभी भी स्पष्ट नहीं है।
टूर्नामेंट की गरिमा बनाए रखने और फुटबॉल की निरंतरता को बरकरार रखने के लिए सेना ने कई नए क्लबों और संस्थागत टीमों को आमंत्रित किया है। भाग लेने वाली कुछ नई टीमें हैं:
- लद्दाख एफसी – लद्दाख की पहली पेशेवर फुटबॉल टीम
- रियल कश्मीर एफसी
- नामधारी एससी
- आईटीबीपी (इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस)
- साउथ यूनाइटेड एफसी
- डायमंड हार्बर एफसी
अन्य कुछ टीमें भी जल्द घोषित की जाएंगी
4 जुलाई को राष्ट्रपति भवन में एक भव्य समारोह के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने डूरंड कप 2025 की ट्रॉफी का अनावरण किया और औपचारिक रूप से टूर्नामेंट की शुरुआत की घोषणा की। सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, “134 वर्षों की इस परंपरा को बनाए रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। डूरंड कप सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि भारत के फुटबॉल इतिहास का एक स्तंभ है।”