अक्टूबर के अंत में देश के सोने के बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। कुछ हफ्तों तक स्थिर रहने के बाद आज यानी 28 अक्टूबर को सोने की कीमतों में तेज़ कमी दर्ज की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर अब भारतीय बाजारों पर भी दिखाई दे रहा है। विशेष रूप से शादी और त्योहारों के सीजन में यह खबर खरीदारों के लिए खुशखबरी साबित हो सकती है।
28 अक्टूबर को दिल्ली में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने का दाम 1,14,250 रहा। वहीं, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 1,24,630पर दर्ज किया गया। पिछले हफ्ते की तुलना में यह गिरावट लगभग 2,000–2,500 प्रति 10 ग्राम रही है। सोने के व्यापारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी की वजह से स्थानीय स्तर पर कीमतें प्रभावित हुई हैं।
देश के वित्तीय केंद्र मुंबई में भी सोने की कीमतों में कमी देखी गई। मुंबई में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 1,14,100 और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 1,24,480 रही। व्यापारी बताते हैं कि उत्सव और शादी के सीजन में यह गिरावट खरीदारों के लिए राहत की खबर है। इस दौरान सोने की बिक्री में हल्की बढ़ोतरी भी देखी जा रही है।
पूर्वी भारत के प्रमुख व्यापारिक केंद्र कोलकाता में भी 28 अक्टूबर को सोने के दाम गिरावट के साथ खुले। कोलकाता में 10 ग्राम 22 कैरेट सोने का दाम 1,14,100 और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 1,24,480 रहा। यह दरें मुंबई के समान ही हैं। शहर के बुराबाजार, हाथिबागान और गड़ियাহাট के गहनों के दुकानों में सुबह से ही खरीदारों की हलचल देखी गई। व्यापारी बताते हैं कि सोने की कीमत में गिरावट होने के कारण बहुत से लोग अब खरीदारी के लिए आगे आ रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों का उतार-चढ़ाव मुख्य रूप से अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की नीतियों, तेल की कीमतों में बदलाव और वैश्विक राजनीतिक परिस्थितियों से प्रभावित होता है। हाल ही में अमेरिकी डॉलर की मजबूती और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता ने भारतीय सोने की कीमतों को भी प्रभावित किया है।
इस गिरावट का फायदा निवेशक और गृहस्थ दोनों उठा रहे हैं। 22 और 24 कैरेट सोने की खरीदारी में तेजी देखी जा रही है। गहनों के दुकानदारों का कहना है कि 24 कैरेट गोल्ड की सिक्के और बार खरीदने की मांग में बढ़ोतरी हुई है। ग्राहकों का मानना है कि अब सोने की कीमतें अपेक्षाकृत कम हैं और भविष्य में यह फिर से बढ़ सकती हैं। अक्टूबर के अंत और नवंबर की शुरुआत में शादी और त्योहारों का सीजन होता है। ऐसे में सोने की गिरती कीमतों से मध्यवर्ग और नवविवाहित जोड़े काफी राहत महसूस कर रहे हैं। बाजार में गिरावट के कारण लोग सोने की अग्रिम खरीदारी कर रहे हैं ताकि भविष्य में संभावित मूल्य वृद्धि से बचा जा सके।
