ISL का भविष्य अनिश्चित! FIFA के बाद अब AFC ने भी AIFF को भेजा कड़ा पत्र

भारतीय फुटबॉल (Indian Football) में जारी अस्थिरता थमने का नाम नहीं ले रही है। FIFA के बाद अब एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन (AFC) ने भी भारतीय…

ALL Indian Football Federation as AIFF under pressure through AFC demands ISL clarity

भारतीय फुटबॉल (Indian Football) में जारी अस्थिरता थमने का नाम नहीं ले रही है। FIFA के बाद अब एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन (AFC) ने भी भारतीय फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को एक सख्त चेतावनी दी है। AFC ने देश की शीर्ष लीग, इंडियन सुपर लीग (ISL), के आयोजन को लेकर स्पष्ट जानकारी मांगी है। इस समय ISL का भविष्य अधर में लटका हुआ है, और इसी बीच भारतीय क्लबों की AFC चैंपियंस लीग 2 (ACL 2) में भागीदारी को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं।

AFC ने AIFF को भेजे पत्र में कहा है कि ISL का अनिश्चित काल तक स्थगित रहना बेहद चिंताजनक है। इससे न सिर्फ क्लबों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो रही है, बल्कि खिलाड़ियों के वेतन, प्रायोजकों की रुचि और समग्र फुटबॉल की स्थिरता पर भी बुरा असर पड़ रहा है। AFC के महासचिव दातुक सेरी विंडसर जॉन ने यह पत्र AIFF के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल एम. सत्यनारायण को भेजा है।

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पत्र में आगे यह भी कहा गया है कि मौजूदा हालात में यह चिंता पैदा हो गई है कि क्या AIFF भविष्य में क्लब लाइसेंसिंग की शक्ति को बनाए रख पाएगा। AFC ने यह स्पष्ट रूप से जानना चाहा है कि 2025-26 सीजन के लिए कौन-सा भारतीय क्लब ACL 2 में खेलेगा और उसे किस प्रक्रिया के तहत चुना जाएगा।

फुटबॉल के मौजूदा नियमों के अनुसार, ISL लीग शील्ड जीतने वाली टीम को सीधे AFC चैंपियंस लीग 2 के ग्रुप स्टेज में खेलने का मौका मिलता है, जबकि सुपर कप विजेता को क्वालिफाइंग राउंड से शुरुआत करनी होती है। लेकिन इस सीजन में ISL के आयोजन को लेकर गंभीर अनिश्चितता बनी हुई है। सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं आया है। माना जा रहा है कि आगामी सोमवार को अदालत अपना फैसला सुना सकती है।

AFC ने यह भी सवाल किया है कि अगर ISL का आयोजन नहीं होता है, तो क्या किसी वैकल्पिक टूर्नामेंट के जरिए क्लबों का चयन किया जाएगा? AIFF इस स्थिति से कैसे निपटेगा? क्लबों की आर्थिक और खेल संबंधी तैयारियां कैसे सुनिश्चित होंगी? मार्केटिंग पार्टनर्स के साथ मौजूदा व्यावसायिक समझौते किस स्थिति में हैं? इन सभी मुद्दों पर AFC ने AIFF से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

बता दें कि इससे पहले बुधवार को FIFA और AFC ने संयुक्त रूप से AIFF को एक पत्र भेजा था, जिसमें संविधान में संशोधन और चुनावों की समय-सीमा तय की गई थी। यह भी साफ तौर पर चेतावनी दी गई थी कि यदि समयसीमा के भीतर सुधार नहीं हुए, तो भारतीय फुटबॉल को एक बार फिर से निलंबन का सामना करना पड़ सकता है। अब ISL के आयोजन को लेकर भी AIFF को कठघरे में खड़ा होना पड़ रहा है।

ALL Indian Football Federation as AIFF under pressure through AFC demands ISL clarity