केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को बिहार में आयोजित ‘इंडिया’ गठबंधन के एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत माता पर की गई कथित अभद्र टिप्पणी की कड़ी निंदा की। शाह ने कहा, “मैं राहुल गांधी से आग्रह करता हूँ कि यदि उनमें ज़रा भी शर्म बची है तो उन्हें मोदी जी, उनकी दिवंगत माता और देश की जनता से माफी माँगनी चाहिए। भगवान सबको सद्बुद्धि दे।”
अमित शाह ने इस घटना को केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि नैतिकता का प्रश्न बताते हुए कहा, “दो दिन पहले जो हुआ उसने पूरे देशवासियों को दुखी किया है। मोदी जी की माता ने एक गरीब परिवार में सादा जीवन व्यतीत किया, बच्चों को संस्कार दिए और उन्हीं मूल्यों पर मोदी आज देश के विश्वसनीय नेता बने। ऐसे जीवन पर अपशब्द कहना भारत की संस्कृति का अपमान है।”
शाह ने आगे कहा कि लोकतंत्र में मतभेद और राजनीतिक विरोध स्वाभाविक है, लेकिन व्यक्तिगत हमला करना और वह भी एक दिवंगत महिला पर टिप्पणी करना, राजनीतिक जीवन का सबसे बड़ा पतन है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि देश की जनता इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, “इस तरह की भाषा से साफ है कि विपक्ष पूरी तरह दिशाहीन हो चुका है। जनता विकास चाहती है, सकारात्मक राजनीति चाहती है। लेकिन विपक्ष अपमान और गाली-गलौज की राजनीति कर रहा है।”
भाजपा नेताओं ने मांग की है कि राहुल गांधी को सार्वजनिक रूप से माफी माँगनी होगी, अन्यथा यह मामला जनता की अदालत में जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की इस घटना के बाद भाजपा इस मुद्दे को और ज़ोर-शोर से उठाएगी और विपक्ष पर नैतिकता का सवाल खड़ा करेगी।