2027 वर्ल्ड कप को निशाना बनाकर वापसी की राह पर बंगाल के तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी

करीब साढ़े पाँच महीने बाद एक बार फिर मैदान पर लौटे भारत के स्टार तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी (Mohammed Shami)। पिछले दो वर्षों में अंतरराष्ट्रीय…

Mohammed Shami targets 2027 World Cup eys comeback through Duleep Trophy domestic performance

करीब साढ़े पाँच महीने बाद एक बार फिर मैदान पर लौटे भारत के स्टार तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी (Mohammed Shami)। पिछले दो वर्षों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से थोड़े समय के लिए दूर रहने के बाद, अब घरेलू क्रिकेट के ज़रिए एक बार फिर टीम इंडिया (Indian Cricket Team) में वापसी की जंग शुरू कर दी है। दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में ईस्ट ज़ोन की ओर से नॉर्थ ज़ोन के खिलाफ मैदान में उतरते ही शुरू हुआ उनका ‘कमबैक मिशन’।

33 वर्षीय शमी का अब एक ही लक्ष्य है—2027 के वनडे वर्ल्ड कप (2027 World Cup) में भारत को चैंपियन बनाना। इस बारे में वह साफ़ कहते हैं, “एक ही सपना बचा है। 2023 में बहुत करीब पहुंचे थे, लेकिन शायद किस्मत में नहीं था। अब 2027 वर्ल्ड कप में खेलना और खिताब जीतना चाहता हूं।”

हाल ही में चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन जैसे सीनियर खिलाड़ियों के संन्यास के बाद शमी के भविष्य को लेकर भी अटकलें लगाई जाने लगी थीं। लेकिन शमी ने खुद इन अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा, “अभी रिटायरमेंट का कोई सवाल ही नहीं उठता। मुझे अब भी खेलना अच्छा लगता है। जब तक शरीर साथ देगा, मैं लड़ता रहूंगा।”

शमी ने आगे कहा, “अगर किसी को लगता है कि मुझे रिटायर हो जाना चाहिए, तो वो सामने आकर कहे। अगर मैं किसी के लिए बोझ हूं, तो वो खुलकर बोले। जिस दिन मुझे लगेगा कि अब अच्छा नहीं लग रहा, मैं खुद हट जाऊंगा। उससे पहले नहीं।”

दलीप ट्रॉफी को लेकर शमी की तैयारी काफी जबरदस्त रही। अपने सहसपुर स्थित फार्महाउस में उन्होंने खुद एक पिच तैयार की और वहीं जमकर ट्रेनिंग की। लंबे समय बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में उतरने के लिए उन्होंने खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार किया। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका नहीं मिलता, तब भी वह घरेलू स्तर पर खेलते रहेंगे।

बेंगलुरु में खेले जा रहे दलीप ट्रॉफी के पहले मुकाबले में ईस्ट ज़ोन का सामना नॉर्थ ज़ोन से हो रहा है। इस फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन करना शमी के लिए बेहद ज़रूरी है। क्योंकि यहीं से वो एक बार फिर से सिलेक्टर्स का ध्यान खींच सकते हैं।

शमी के करीबी सूत्रों के मुताबिक, वह अक्टूबर में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट सीरीज़ से ही टीम इंडिया में वापसी करना चाहते हैं। उन्होंने उस सीरीज़ को ही ‘टारगेट’ बना रखा है। इसके बाद नवंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अहम सीरीज़ होनी है। उससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरा भी है, जहां भारत को वनडे और टी20 सीरीज़ खेलनी है।

ऐसे में दलीप ट्रॉफी में शमी का प्रदर्शन कितना अहम है, यह कहने की ज़रूरत नहीं। नॉर्थ ज़ोन की ओर से अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा जैसे युवा तेज़ गेंदबाज़ खेल रहे हैं, जो पहले से ही चयनकर्ताओं की नज़रों में हैं। खासकर, एशिया कप स्क्वाड में भी उन्हें जगह मिली है। ऐसे में यह टूर्नामेंट शमी, अर्शदीप और हर्षित जैसे खिलाड़ियों के लिए आगामी चयन का आधार बन सकता है।