ढाका, गोपालगंज: बांग्लादेश में एक बार फिर धार्मिक असहिष्णुता का चेहरा सामने आया है। गोपालगंज जिले में गुरुवार शाम एक हिंदू युवक पर झूठे ‘धर्म-अपमान’ के आरोप लगाकर भीड़ ने बेरहमी से हमला कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट को लेकर इलाके में अफवाह फैलाई गई कि युवक ने इस्लाम के खिलाफ टिप्पणी की है। कुछ ही घंटों में सैकड़ों लोगों की भीड़ उसके घर के बाहर जमा हो गई और हिंसा शुरू हो गई।
हमले की सूचना मिलते ही बांग्लादेश सेना मौके पर पहुंची और युवक को गंभीर रूप से घायल अवस्था में भीड़ से बचाकर निकाला। फिलहाल युवक अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। सेना के प्रवक्ता ने कहा, “हम स्थिति पर नियंत्रण कर चुके हैं। दोषियों की पहचान की जा रही है और किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”
स्थानीय लोगों के मुताबिक, हिंसा में कई दुकानें और घरों को भी नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी है और अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर ‘धर्म-अपमान’ के झूठे आरोप लगाकर भीड़ हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। अधिकांश मामलों में आरोप निराधार साबित हुए, लेकिन तब तक निर्दोष लोगों की जान जा चुकी थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, गोपालगंज की यह घटना केवल एक स्थानीय विवाद नहीं है—यह बांग्लादेश के सामाजिक ढांचे में मौजूद गहरी असहिष्णुता को दिखाती है। एक हिंदू बुजुर्ग ने कहा, “हम इस देश के नागरिक हैं, लेकिन अब अपने ही घर में डर लगता है। एक अफवाह या फेसबुक पोस्ट हमारे जीवन को खतरे में डाल देती है।”
सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सूचना मंत्री ने कहा, “धर्म के नाम पर हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सेना और पुलिस स्थिति पर नजर रख रही है।” वहीं विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने में नाकाम रही है। उनका कहना है कि हर बार प्रशासन देर से कार्रवाई करता है, जिससे भीड़ को हिंसा करने का मौका मिल जाता है।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने भी चिंता व्यक्त की है और बांग्लादेश सरकार से अपील की है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।गोपालगंज की यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि धार्मिक असहिष्णुता जब कानून और प्रशासन से ऊपर चली जाती है, तो निर्दोषों की जिंदगी दांव पर लग जाती है।